Internal Linking kya hai - What Is Internal Linking In Hindi और यह SEO में क्यों जरुरी है?

Internal Links एक एसा तरीका है जो हमारे blog के seo के लिए बेहद ही जरुरी है. इसकी मदद से हमारे blog पर बहुत ही ज्यादा ट्रैफिक आता है और साथ ही हमारे blog का bounce rate भी कम होता है.

Internal Links हमारे blog के Seo के लिए बेहद ही जरुरी है. पर सवाल यह है की हम एक पेज पर या एक पोस्ट पर कितनी Internal Links का इस्तेमाल कर सकते है?

अगर आप एक नए ब्लॉगर है तो आपकी यह नहीं पता होगा की what are internal links? क्यूंकि Internal Links के बहुत से प्रकार है जिसके बारे में हम यहाँ पर जानने वाले है.

internal links का सबसे पहला प्रकार है Navigation links जो हर blog और website के टॉप पर होती है. जिसको हम Top of the page की right या left साइड में इस्तेमाल करते है.

Navigation Links

Call to Action links का इस्तेमाल ज्यादातर Affiliate Marketers करते है. इसके इस्तेमाल से हम किसी भी Visitors को अपनी link पर क्लिक करने का सुजाव देते है.

Call To Actions Links

आप Adsense के ads के उपर या निचे इस तरह के CTA का इस्तेमाल नहीं कर सकते क्यूंकि यह Google Adsense की Policy के खिलाप है.

ईसका इस्तेमाल हम Table of Content के रूप में करते है. इस तरह की link से आप अपने visitors को मन चाहे topic को सीधा पढने की अनुमति देते है.

On-Page Links

जब भी हम हमारे आर्टिकल के अंदर अपने ही दुसरे आर्टिकल की link को attached करते है उसको Internal links to post कहा जाता है.

Internal Links to Post

एक ब्लॉग में कितनी इंटरनल लिंक्स का इस्तेमाल कर सकते है और कैसे ? जानने के लिए हमारा आर्टिकल पढ़े.